जख्म तो हैं लाखों..

वो वही रहा खडा,
जिस्म मैं खंजर डाले हुए,
पहले जख्म हुआ
फिर छाले हुए,
ना कोई देख पाया
, ना कोई पौछ सका,
आंख ने आँसु निकाले हुए..    – राहुल….

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