कैद मैं शामिल…

तालाब मैं फसी हर मछली को अपने कैद होने का अफसोस होना लाजमी हैं पर उसे पता होना चाहिए की एक दीन समंदर की सैर उसे आझाद कर देगी, इंतेजार तो बस ऊस हल्किसी बारिश का हैं जो उसे समंदर तक पहूचा सकेगी. – राहुल…..

Leave a comment